Monday, 6 March 2017

भारतीय सिनेमा(बॉलीवुड) में राजस्थान का योगदान


राजस्थान का यह सौभाग्य रहा है कि यहाँ बहुत से प्रतिभावान लोगों ने जन्म लिया जिन्होंने भारतीय सिनेमा में कार्य किया, चाहे वो तकनीकी कार्य हो, गायक हो, संगीत निर्देशक हो, या अभिनेता हो. राजस्थान का योगदान बॉलीवुड के शुरुआती दिनों से ही रहा, ना केवल आर्थिक रूप से बल्कि कला के क्षेत्र में भी राजस्थान के लोगों ने अपना योगदान दिए.  इस आर्टिकल में हम ऐसे  कुछ व्यक्तियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने भारतीय सिनेमा में अपना योगदान दिया.      

फिल्म निर्माता


राजस्थान की धरती ने भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे ज्यादा सम्मानित निर्माताओं में से कुछ को जन्म दिया है, जैसे ताराचंद बडजात्या, केसी बोकाडिया, सूरज बडजात्या इत्यादि. प्रसिद्ध राजश्री प्रोडक्शन कि स्थापना ताराचंद बडजात्या ने की. राजश्री प्रोडक्शन ने बहुत बड़ी फ़िल्में दी है जैसे ‘हम आपके हैं कौन’ , ‘दोस्ती’, ‘विवाह’, ‘एक विवाह ऐसा भी’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ इत्यादि. केसी बोकाड़िया ने भी बहुत सी फिल्मों का निर्माण किया है.    

फिल्म संगीत

अब बात करते है कुछ ऐसी राजस्थानी शख्सियतों की जिन्होंने भारतीय हिंदी फिल्मों में संगीत के रूप में अपनी सेवायें दी चाहे वो संगीत निर्देशक के रूप में हो, गायक के रूप में हो या गीतकार के रूप में हो हम उनमे से कुछ की आज बात करेंगे  




संगीत निर्देशन

राजस्थान ने बॉलीवुड के कुछ सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशकों में से कुछ को दिया है उनमे से कुछ के बारे में आज कुछ जानते है
गुलाम मोहम्मद : गुलाम मोहम्मद का जन्म राजस्थान के बीकानेर जिले में संगीतकार परिवार में हुआ, वे बाद में मुंबई चले गए जहाँ उन्होंने कुछ साल संघर्ष किया उसके बाद उन्हें एक फिल्म में तबला वादक के रूप में काम मिला उसके बाद उन्होंने कभी मुड़ के नहीं देखा. गुलाम मोहम्मद ने प्रसिद्ध संगीत निर्देशक नौशाद के सहायक के रूप में कार्य किया. गुलाम मोहम्मद को उनकी फिल्म ‘मिर्जा ग़ालिब’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. भारतीय फ़िल्मी संगीत में उनकी फिल्म ‘पाकीजा’ एक मील का पत्थर साबित हुई. इनकी मृत्यु सन 1968 में हुई.





खेमचंद प्रकाश : खेमचंद प्रकाश राजस्थान के सुजानगढ़ के थे. खेमचंद प्रकाश बॉलीवुड के सर्वप्रथम संगीतकारों में एक थे. इन्होने ही प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार को बॉलीवुड में पहला गाना गवाया था. इनकी एक फिल्म महल के एक गाने ‘आएगा आने वाला’ के लिए लता मंगेशकर को पहचान दिलवाई थी. इन्होने नौशाद जैसे बड़े संगीत निर्देशक को बॉलीवुड में पहचान दिलवाई थी. इनकी मृत्यु सन 1950 में केवल 42 वर्ष की आयु में ही हो गई.   





तोशी साबरी :  आज के आधुनिक दौर में भी राजस्थान संगीत निर्देशन में पीछे नहीं है, राजस्थान के जयपुर में पैदा होने वाले तोशी साबरी आज राजस्थान का नाम रोशन कर रहे है. ये एक रियेलिटी शो में अमूल स्टार वौइस् ऑफ़ इंडिया में सर्वप्रथम दिखाई दिए, उसके पश्चात इन्होने कभी  वापस मुड़ के नहीं देखा. इन्होने 2 अन्य रियेलिटी शो उस्तादों के उस्ताद और जो जीता वो सुपर स्टार  में भी भाग लिया. इन्होने ‘राज’, ‘जेल’, ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियां’  जैसी कई फिल्मों में संगीत दिया है.



गायक

राजस्थान में ऐसे कई गायक पैदा हुए जिन्होंने ना केवल फिल्मों में अपितु फिल्मों के अलावा भी अपना नाम किया आइये जानते है ऐसे ही कुछ गायकों को जिन्होंने राजस्थान के नाम का परचा समूचे विश्व में फहराया है.
जगजीत सिंह:  जगजीत सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं है, वे एक प्रसिद्ध गज़ल गायक थे. जिनको भारत सरकार ने पदम् भूषण से नवाजा था. इन्होने बहुत सी गजलों को स्वरबद्ध किया और इनके द्वारा गाई गई गजलें समूचे विश्व में सुनी जाती है. इनका जन्म राजस्थान के श्री गंगानगर में एक सिख परिवार में हुआ था. इन्होने अपनी पत्नी चित्रा के साथ बहुत सी गजले गाई है. बहुत सी फिल्मों में भी इन्होने गाया है. इनके द्वारा गाये गए गानों में कागज़ की कश्ती, होशवालों को खबर क्या, चिट्ठी न कोई सन्देश, तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, तुमको देखा तो ये ख्याल आया इत्यादि प्रमुख है .             
मेहदी हसन: मेहदी हसन का जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले के लूना गाँव में एक संगीतकारों के परिवार में सन 1927 में  हुआ, आजादी के बाद ये पाकिस्तान चले गए. ये विश्व के एक जाने माने गज़ल गायक थे. इनके बारे में लता मंगेशकर ने एक बार कहा था की इनके कंठ में खुद भगवान बैठा है.  इनकी द्वारा गाई गई कई ग़ज़लें लोकप्रिय है जैसे रफ्ता रफ्ता, रंजिशे सही दिल दुखाने के लिए, जिंदगी में तो सभी इत्यादि प्रमुख है.     

इला अरुण : इला अरुण का जन्म राजस्थान की राजधानी जयपुर में हुआ, इला अपनी भारी आवाज के लिए जानी जाती है, इन्होने बहुत से गाने गाये है बॉलीवुड में. इनके द्वारा गाता गया खलनायक फिल्म का गाना चोली के पीछे क्या है सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. इसके अतिरिक्त इनके द्वारा  लम्हे फिल्म में लता मंगेशकर के साथ गया हुआ गाना मोरनी भी बहुत लोकप्रिय है. इला अरुण ने न केवल हिंदी बल्कि ऐ आर रहमान के निर्देशन में कुछ तमिल गाने भी गायें है       


राजा हसन: राजा हसन का जन्म राजस्थान के बीकानेर जिलें में हुआ, राजा जी सा रे गा मा पा के 2007 संस्करण के उपविजेता रहे थे . राजा ने फिल्मो में कई गाने गाये है. राजा हसन की प्रतिभा विशाल और शेखर ने पहचानी और गाने का पहला मौका दिया. विशाल शेखर ने राजा से दे ताली फिल्म का गाना म्हारी तितरी गवाया. उसके पश्चात राजा ने बहुत से गाने गाये. राजा हसन ने मरुधर म्हारो घर नाम से एक राजस्थानी फिल्म का भी निर्माण किया.      



संदीप आचार्य :






संदीप आचार्य भी बीकानेर में पैदा हुए, संदीप ने भारत का एक मशहूर रियलिटी शो इंडियन आइडल का दूसरा संस्करण  जीता. संदीप ने हिंदी और मारवाड़ी फिल्मों के लिए कई गाने गाये है. 15 दिसम्बर 2013 को उनकी मृत्यु पीलिया रोग के कारण हो गयी   


ये वो कुछ लोग है जिन्होंने फिल्मो में राजस्थान का नाम रोशन किया इनके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग है जिन्होंने हिंदी सिनेमा में राजस्थान का नाम रोशन किया है . उनके बारे में बात फिर कभी, तब तक के लिए शेयर करें और अपने सुझाव कमेंट बॉक्स में देवे

1 comment:

  1. Shailesh kumar one of finest actor and villain of his time also from rajasthan ,born in jodhpur

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